भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर और पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी…. ये लड़ाई पुरानी है। फिलहाल मनोज तिवारी भारतीय क्रिकेट सेटअप से दूर हैं लेकिन गौतम गंभीर टीम इंडिया के मुख्य कोच हैं। अब वह किस्सा मनोज तिवारी ने बताया है जहां से दोनों के बीच अनबन शुरू हुई जो एक समय पर गाली-गलौज में बदली और हाथापाई तक पहुंचने वाली थी।
लल्लनटॉप को हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में मनोज तिवारी ने बताया कि 2013 के आईपीएल में उनकी अनबन गौतम गंभीर से हुई थी। वे उस समय कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम के कप्तान थे। मनोज तिवारी ने बताया कि 2025 में रणजी मैच में उनके और गंभीर के बीच झगड़ा हुआ था जिसकी शुरुआत 2013 के आईपीएल में हुई थी।
मनोज तिवारी ने फिर से गौतम गंभीर को लेकर बड़ा बयान दिया
मनोज तिवारी ने कहा, “वो पहले से ही गुस्से में थे, क्योंकि इससे पहले KKR में मेरी उनसे लड़ाई हो चुकी थी।” ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मेरा बैटिंग ऑर्डर KKR में लगातार नीचे जा रहा था और मेरी उस समय भारतीय टीम में जगह पक्की नहीं हुई थी। जो भी विदेशी टीम आती थी, उसके खिलाफ फ्रेंडली मैचों में मुझे मौका मिला था। ऐसे ही एक मैच में, मैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सर्वाधिक स्कोरर था।
उन्होंने 105 रन बनाए और मैंने 129 रन बनाए थे। उस मैच में भी उन्हें गुस्सा आया। पारी खत्म होने पर फील्डिंग के लिए जाना था। जब मैं सन्सक्रीम लगा रहा था तो वो अचानक से भड़क गए। क्या कर रहा है तू? चल जल्दी नीचे चल।”
तिवारी ने कहा, “इस अनबन के बाद से मैं अपसेट था।” ईडन गार्डेन्स में एक मैच खत्म होने के बाद मैं वॉशरूम गया। वो पीछे से आ गए और बोलने लगे तेरा ये एटीट्यूड नहीं चलेगा। तुम्हें ऐसा कर दूंगा कि कभी नहीं खिलाऊंगा। वह सीनियर थे। मैं उनकी रेस्पेक्ट करता था लेकिन इस बार मैं भड़क गया और कहा कि ये नहीं चलेगा, गौती भाई। बीच में केकेआर के सपोर्ट स्टाफ के सदस्य वसीम अकरम आए..। तो उस दिन रुक गया; अगर ऐसा नहीं हुआ होता तो हाथापाई हो जाती।”
मनोज तिवारी का कहना है कि गौतम गंभीर ने उनको मां-बहन की गालियां दीं। मनोज तिवारी ने कहा कि वे बल्लेबाजी के लिए तैयार होकर गार्ड लेने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन गौतम गंभीर को लगता था कि वे समय बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने बताया, “जैसे ही मैंने लेग गार्ड लिया। स्लिप पर वे थे। उन्होंने स्लिप से गाली देने शुरू की।
ऐसी गाली जिसके बारे में बताया नहीं जा सकता। फिर भी मैंने अपने टेंपर पर नियंत्रण करते हुए बोला, “गौती भाई, गाली क्यों दे रहे हो?” गाली देते हुए उन्होंने कहा कि शाम को मिलो, मैं तुम्हें मार डालूंगा। फिर मैंने कहा शाम को क्यों अभी मार लो। आ जाओ। हो जाए। फिर थोड़े ना हाथ उठा सकता है वो। फिर अंपायर आए और बीच-बचाव किया।”